राजधानी के शहरी क्षेत्र में गाय-भैंस का तबेला नहीं चलेगा - मंडलायुक्त


युवा गौरव। संवाददाता


लखनऊ ब्यूरो। शहर की सड़कों पर आवारा पशु धूम रहे हैं। करीब छह माह से शहर बीच बंद चल रहे तबेलों का संचालन फिर शुरू हो गया है। इसे देखते हुए शुक्रवार को मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम ने सख्ती से राजधानी के शहरी क्षेत्र में चल रहे तबेलों को बंद करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में शहरी क्षेत्र में कोई भी तबेला नहीं चलना चाहिए।


 


 


पशुओं को गोद ले प्रधान-कोटेदार-लेखपाल


 


प्रधान व कोटेदार एक या दो पशुओं को जरूर गोद लें। यही नहीं लेखपाल, पंचायत सचिव को भी एक-दो पशुओं की देखभाल जरूर करें। मंडलायुक्त ने कहा कि सीडीओ अपने जिले के बड़े गोवंश स्थलों को और बेहतर बनाएं। स्थलों में पशुओं के पोषण के लिए चरी, नेपियर घास, बरसीम भी उगाए। मंडलायुक्त ने पशुओं के शेड को फायर प्रूफ बनाए जाने पर जोर दिया। उन्होंने शहर में इधर -उधर घूम रहे आवास पशुओं को निराश्रित पशु आश्रय स्थलों में भेजे जाने को कहा।


 


 


पराली जलाने पर सख्त कार्रवाई


 


मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम ने कहा कि जिले में कहीं भी पराली जलाने की घटना हो तो कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि किसानों को पराली न जलाएं इसके लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने किसानों के प्रति अधिक संवेदनशील बनने को कहा।


 


 


शौचालय बने और प्रयोग हो


 


शौचालय की समीक्षा के दौरान मंडलायुक्त ने कहा कि जो शौचालय बन गए हैं, उनका प्रयोग भी होना चाहिए। सचिव आदि गांव स्तर के कर्मचारी रिपोर्ट दे कि उनके यहां कितने शौचालयों का प्रयोग हो रहा है या नहीं। महिलाओं की इज्जत व सम्मान के लिए शौचालय बनाएं और उसका उपयोग करें।