युवा गौरव। संवाददाता
कानपुर। विज्ञान के युग में स्टूडेंट्स की रूचि और उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, नई दिल्ली के सहयोग से गांधीनगर स्थित पहल विकलांग पुनर्वास केन्द्र समिति ने डी0पी0एस इण्टर काॅलेज, नवाबगंज, कानपुर में साइंस अवेयरनेस मेले का आयोजन किया। इस विज्ञान जागरूकता मेले को तीन भागों में विभाजित किया गया था। पहले भाग में स्टूडेंट्स ने कठपुतली के द्वारा कला विज्ञान का अद्भुत प्रदर्शन किया, जिसे देखकर वहां मौजूद सभी लोगों ने खेल-खेल में विज्ञान के बारे में जानकारी हासिल की। दूसरे भाग में विभिन्न स्कूलों से आए स्टूडेंट्स ने तरह-तरह के विज्ञान माडल्स के द्वारा जल संरक्षण व वाॅटर हारवेस्टिंग के बारे में वहां आए आगंतुकों को समझाया कि हमारे जीवन में जल की कितनी अधिक उपयोगिता है।
यदि हम अभी भी जल संरक्षण के लिए नहीं चेते तो आने वाले दिनों में हमको पीने लायक जल भी आसानी से नसीब नहीं होगा। इसलिए हमें दिन प्रतिदिन की क्रियाओं में प्रयोग होने वाले जल के साथ ही वर्षा के जल का संचयन भी करना सीखना चाहिए। तीसरे भाग में विज्ञान मेले में हिस्सा लेने वाले स्टूडेंट्स के बीच विज्ञान हमारे लिए वरदान या अभिशाप विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस रोचक वाद विवाद प्रतियोगिता में स्टूडेंट्स ने विज्ञान से होने वाले फायदों के बारे में तो बताया ही साथ में उसके अत्यधिक उपयोग से होने वाले नुकसान से भी सबको परिचित कराया। साइंस अवेयरनेस मेले का उद्घाटन मुख्य अतिथि नगर आयुक्त श्री संतोष कुमार शर्मा ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के वैज्ञानिक युग में लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए इस तरह के विज्ञान मेले में स्टूडेंट्स के द्वारा इस तरह से लोगों को विज्ञान से होने वाले फायदे नुकसान के बारे में बताना बहुत ही अच्छा जरिया है। इस तरह के अवेयरनेस मेले का आयोजन होते रहना चाहिए। पहल विकलांग पुनर्वास केन्द्र की यह पहल वाकई तारीफ के काबिल है।
उन्होंने विज्ञान आधारित माॅडल्स देखकर स्टूडेंट्स की प्रशंसा भी की। राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित पहल विकलांग पुनर्वास केन्द्र समिति की सचिव श्रीमति शैली शर्मा ने बताया कि इस साइंस अवेयरनेस मेले शहर के लगभग 25 प्रमुख स्कूलों के स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। हम आगे भी इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे। संस्थान के निदेशक श्री विशाल शर्मा ने जानकारी दी कि कानपुर के लिए ये गर्व की बात है कि भारत सरकार की सहायता से पहली बार शहर में ही छात्रों को इस तरह के साइंस अवेयरनेस मेले में शामिल होने का मौका मिल रहा है। इस साइंस अवेयरनेस मेले को सफल छात्रों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, नई दिल्ली के वैज्ञानिक श्री ओपी शर्मा भी मौजूद रहे। उन्होंने बारीकी से सभी बच्चों के विज्ञान माॅडलों का निरिक्षण किया और उनके प्रयास सराहा। मेले के आयोजन के बारे में उन्होंने कहा कि पहल विकलांग पुनर्वास केन्द्र समिति ने मेले का बहुत अच्छी तरह से आयोजन किया है। उनका ये प्रयास सराहनीय है।
विज्ञान मेले के आयोजन स्थल डीपीएस नगर निगम इन्टर कालेज, नवाबगंज के प्रधानाचार्य श्री नन्द किशोर मिश्र ने काॅलेज में इस तरह के विज्ञान मेले के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन स्टूडेंट्स के बेहतर भविष्य के लिए मददगार साबित होते हैं। मेले का संयोजन श्री राजेंद्र अवस्थी ने किया। उन्होंने मेले के सफल आयोजन के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और डीपीएस नगर निगम इन्टर कालेज को धन्यवाद दिया। इस दौरान पहल विकलांग पुनर्वास केन्द्र समिति एवं डीपीएस नगर निगम इन्टर कालेज का स्टाफ मौजूद रहा। कला विज्ञान व विज्ञान माॅडल के निर्णायक मंडल में इंटरनेशनल एकेडमी आॅफ फिजिकल साइंस के सचिव श्री जय प्रकाश चतुर्वेदी, वीएसएसडी काॅलेज के पूर्व उपप्राचार्य श्री केके गुप्ता, डीएवी काॅलेज कानपुर के प्रोफेसर श्री सुनील मिश्र, प्रोफेसर डाॅ केएम त्रिपाठी शामिल रहे। वहीं वाद विवाद प्रतियोगिता के विजेता का निर्णय वीएसएसडी काॅलेज के हिन्दी विभागाध्यक्ष डाॅ पंकज चतुर्वेदी और पं दीन दयाल उपाध्याय सनातन धर्म इंटर काॅलेज के पूर्व प्रचार्य राम तार्थ मिश्र ने किया।