राष्ट्रीय युवा अभिमान सभा की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय

 



 


युवा गौरव। संवाददाता


कानपुर। राष्ट्रीय युवा अभिमान सभा के राष्ट्रीय कार्यालय में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमे महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, साथ ही लिए गए निर्णय पर सभी सदस्यों पहले खुद पर अमल में लाने के लिए कहा गया।


 


राष्ट्रीय युवा अभिमान सभा की बैठक में संगठन के मूल कार्य शिक्षा, रोजगार, स्वाभिमान, नशामुक्ति, और भृष्टाचार पर चर्चा की गई। जिसमें विशेषतः शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण बिंदु पर जोर देते हुए कहा गया कि मिल रही शिकायतों के आधार पर और भृष्टाचार की मजबूत बन चुकी जड़ के कारण शिक्षा का अधिकार कानून के साथ भी अधिकारियों की मिली भगत के चलते गरीबों के साथ खिलवाड़ हो रहा है।


 


मिली जानकारी के अनुसार बर्रा के एक छात्र का एडमिशन के लिये, शिक्षा का अधिकार कानून के तहत जारी सूची में रतनलाल नगर स्थित चिन्टल्स स्कूल में किया गया। परन्तु वहां पहुंचने पर छात्र को एडमिशन नही दिया गया, और छात्र के पिता द्वारा कई कई बार अधिकारियों के चक्कर, जन प्रतिनिधियों के चक्कर लगाए, लेकिन अपने पुत्र का एडमिशन करवाने में नाकाम रहे। जब एडमिशन का कोई आधार नही बना, तो छात्र के भविष्य को ध्यान में लेते हुए मित्र अधिवक्ता ने प्रयागराज हाईकोर्ट में अर्जी लगाई, जिसमे कोर्ट में 10 दिन के अंदर नियमानुसार एडमिशन लेने का आदेश दिया, जब हाईकोर्ट का आदेश लेकर पिता स्कूल पहुंचा तो वहां के प्रिंसिपल ने उसे फिर से भगा दिया। और एडमिशन लेने से मना कर दिया। छात्र आज भी घर पर बैठा है। ऐसे स्कूल और कॉलेज वालों पर सख्त कार्यवाही के लिए संगठन काम करेगा। और जिस छात्र को स्कूल में प्रवेश नही मिला है, उसके पिता से मिलकर छात्र के भविष्य को न खराब होने देने की दिशा में निर्णय लिया जाएगा।


 


बैठक में प्रमुख रूप से सभी बिन्दुओ को राष्ट्रीय महामंत्री ने सदस्यो के सामने रखा, और राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमलता द्विवेदी ने लिए गए निर्णय पर सहमति प्रदान की। वही संगठन को विस्तार देने पर भी जोर दिया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती हेमलता द्विवेदी ने कहा है कि संगठन को देश व प्रदेश के प्रत्येक गांव तक ले जाना है। हर गांव में संगठन का प्रतिनिधित्व होना चाहिए। ताकि हर स्थिति में युवाओं की मदद की जा सके। और उनकी प्रमुख समस्याओं पर चर्चा करके शासन एवम प्रशासन से समाधान कराया जा सके।