स्वच्छ भारत मिशन को मुह चिढा रहे सफाई कर्मी

 



युवा गौरव। एस.पी.सिंह


मितौली लखीमपुर खीरी। जहां संपूर्ण भारत को स्वच्छ और साफ बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन जैसे महा अभियान को चला कर गांवों को स्वच्छ बनाने का काम किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ विकासखंड मितौली की अधिकांश ग्राम पंचायतों में सफाई व्यवस्था के नाम पर बजबजाती नालियां एवं लगे कूड़े के ढेरों से स्वच्छता कार्यक्रम की पोल खोल रहे हैं। विकासखंड की 91 ग्राम पंचायतों में अधिकांश ग्राम पंचायतों में सफाई के नाम पर केवल खाना पूर्ति ही हैं जिनमे बबौना, रौतापुर, रेवाना, कस्ता, मितौली, कल्लिया रामपुर, पिपरझला, संडिलवा, दरी, अबगांवा, दतेली, मुरईताजपुर, भीखमपुर, सहित विकास खण्ड की 90 प्रतिशत ग्राम पंचायतों में तैनात सफाई कर्मी जो सरकार से वेतन लेकर अपने राजस्व गांव में स्वयं सफाई न कर, 3 या 4 माह बाद देहाड़ी के मजदूर लगा सफाई नाम मात्र कर घर बैठे सरकार से सैलरी लेकर सरकार को चूना लगाने में मस्त हैं। विभागीय अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी मौन हैं कुछ सफाई कर्मचारी तो सहायक विकास अधिकारी पंचायत के शागिर्द बनकर मटरगश्ती में मशगूल हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी ने अब तक कोई भी संज्ञान नहीं लिया भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छता कार्यक्रम के तहत स्वयं झाड़ू लगाकर तथा सफाई कर्मचारियों के पैर धोकर सम्मान तो दे दिया किंतु ग्राम पंचायतों में नियुक्त सफाई कर्मचारी अपने कर्तव्यों की इतिश्री समझते हुए ग्राम पंचायतों में सफाई व्यवस्था नहीं करते हैं। सफाई कर्मचारी प्रतिमाह का पैरों वल बनवा कर अपनी सैलरी तो निकाल लेते हैं किंतु कार्य के नाम पर मात्र दिखावा होता है ग्राम पंचायतों के नागरिक नालियों की सफाई स्वयं करते हुए दिखाई देते हैं। स्वच्छता कार्यक्रम के तहत सरकार द्वारा कितने ही ठोस कदम उठाए गए किंतु ग्रामीण क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के नाम पर अधिकारियों की लापरवाही के कारण कुछ नहीं हो पाया जब कभी उच्चाधिकारी किसी गांव का भ्रमण करने के लिए जाते हैं तब उस गांव में साफ सफाई व्यवस्था की चाक-चौबंद व्यवस्था करा कर विभागीय अधिकारी अपने अपने मुंह मियां मिट्ठू बन जाते हैं अगर स्वच्छता कार्यक्रम की मिसाल देखना है तो कहीं भी अचानक किसी भी गांव में भ्रमण कर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया जा सकता है। नागरिकों ने जिला पंचायत राज अधिकारी से विकासखंड मितौली के ग्राम पंचायतों की साफ सफाई व्यवस्था की ओर गौर किए जाने की मांग की है।