अमेजॉन, फ्लिपकार्ट और बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कम्पनियों के विरुद्ध एकजुट हो व्यापारी समाज : नुजहत खाँ
 


 

युवा गौरव। केसरी राव

 

लखनऊ। ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए नियामक आयोग बनाया जाए। इसके साथ ऑनलाइन ट्रेडिंग पर राजस्व की  होने वाली भारी चोरी को तत्काल रोका जाए।उक्त मांगे हैं अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल जनपद लखनऊ के जिला अध्यक्ष नुजहत खाँ की।उक्त मांगों से संबंधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से माननीय प्रधानमन्त्री भारत सरकार के नाम भेजा है गया।नुजहत खाँ ने कहा यदि ऑनलाइन ट्रेडिंग पर तत्काल रोक नहीं लगा तो भारत के 5 करोड़ फुटकर व्यवसाई का व्यवसाय समाप्त हो जाएगा और करोड़ों लोग बेरोजगार हो जाएंगे।उन्होंने कहा कि भारत का फुटकर व्यापार पहले से ही काफी मंदा चल रहा है और उसका मूल कारण चीन द्वारा निर्मित सामानों से बाजार का भरा होना है।इसके बावजूद विदेशी कंपनियां फ्लिपकार्ट तथा एमजान आदि की निगाह भारत के फुटकर बाजार को नेस्तनाबूद करने के लिए लगा हुआ है।भारत सरकार ने जिस प्रकार  दवाओं के ऊपर ऑनलाइन ट्रेडिंग रोक लगा दी है।ठीक उसी प्रकार ऑनलाइन ट्रेडिंग पर नियामक आयोग बनाया जाए और एफडीआई के नियमों पर शक्ति से पालन किया जाए।ज्ञापन में ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए नियामक आयोग का बनाना ऑनलाइन ट्रेडिंग पर राजस्व की चोरी को रोकना फुटकर व्यापार को बचाने हेतु  ऑनलाइन ट्रेडिंग पर प्रभावी नियमावली बनाने पर जोर था।जिला अध्यक्ष ने बताया कि 400 वर्ष पूर्व भारत में इसी प्रकार की एक ईस्ट इंडिया कंपनी भारत आई थी और भारत को उसने अपने काले कारनामों से 200 वर्ष तक गुलामी की जंजीरों में बाधा रखा।ठीक उसी तर्ज पर आज भारत में अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों की निगाह भारत पर है।