धारा 370 खत्म करना डॉ. अम्बेडकर का सम्मान - सीएम योगी


युवा गौरव। राज प्रताप सिंह

 

लखनऊ ब्यूरो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस के नेता तो डॉ. आंबेडकर की प्रतिभा से जलते थे। इसकी वजह से उनकी अनसुनी करते थे। बाबा साहेब के चेताने के बावजूद भी उन लोगों ने 1952 में संविधान में धारा 370 जोड़ा। आशंका के अनुसार यह धारा अलगाववाद की वजह बनी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसे खत्म कर आंबेडकर का सम्मान किया। इसी कड़ी में उनसे जुड़े देश-विदेश के पांच प्रमुख स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में बदला। शुक्रवार को डॉ. आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर डॉ. आंबेडकर महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाज के सबसे वंचित तबके के हित के लिए आजादी के बाद वायदे तो बहुत हुए, पर ईमानदारी से काम नहीं हुआ। अगर काम हुआ होता तो अब तक सामाजिक-आर्थिक असमानता काफी हद तक दूर हो गयी होती। दरअसल वायदा करने वालों को ऐसा कोई इरादा ही नहीं था। ये वही लोग थे, जिन्होंने उस संविधान की हत्या की, जिसके शिल्पी डॉ. आंबेडकर थे। संविधान का अपमान करने वाले आज खुद अपने वजूद के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वंचित वर्ग के हित में असली काम तो मोदी ने किया। हम उसे आगे बढ़ा रहे हैं। अब तक 28 लाख प्रधानमंत्री आवास, 2.61 करोड़ शौचालय, 1.16 करोड़ लोगों को नि:शुल्क बिजली और 1.46 करोड़ परिवारों को मुफ्त रसोई गैस के कनेक्शन दिये जा चुके हैं। इन योजनाओं से सर्वाधिक लाभान्वित यही वर्ग है। 

 

हर जिले में तैयार करें उद्यमी 

 

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हम आंबेडकर के नाम पर एक ऐसा स्मारक बनाना चाहते हैं जहां हर सीजन में उनसे जुड़े कार्यक्रम हो सकें। डॉ. आंबेडकर महासभा से अपील की, कि वह समाज के युवा उद्यमियों की पहचान करे। इन उद्यमियों को एक-एक करोड़ रुपये का ऋण मुहैया करवाए। प्रदेश में बैंकों की करीब 18,000 शाखाएं हैं। अगर हर शाखा ऐसे एक पुरुष और महिला उद्यमी को स्वावलंबी बनाने में मदद करे, तो आर्थिक और सामाजिक समानता में बहुत मददगार होगी।

 

शिक्षा को मूलमंत्र बनाए समाज  

 

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि समाज के लिए आंबेडकर का मूल मंत्र था शिक्षा। शिक्षित बनें, लक्ष्य तय कर परिश्रम करें। मंजिल पाने से आपको कोई रोक नहीं सकेगा। डॉ. आंबेडकर महासभा की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. लालजी वर्मा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, महापौर संयुक्ता भाटिया और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।