योगी सरकार में हो रहा है शिक्षा और सुरक्षा से खिलवाड़


बच्चियों के लिए भी नहीं है शौचालय, ठंड में ठिठुर रहे हैं बच्चे नहीं मिले स्वेटर


युवा गौरव। ज्ञान सिंह


लखनऊ। जहां पर दिल्ली सरकार सरकारी विद्यालयों को एक नया स्वरूप देने में लगी हुई है और वहां के बच्चे विद्यालयों में पढ़ कर अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं तो वहीं पर यूपी सरकार की शिक्षा नीति के ढुलमुल रवैया के कारण विद्यालयों की हालत बड़ी खस्ता है, क्षेत्र से 2015 में 2015 में बनाए जाने वाले आगरा एक्सप्रेस में आए दो विद्यालय हटा दिए गए थे उन विद्यालयों के बच्चों की पढ़ाई अन्य विद्यालयों में अभी तक हो रही है लेकिन वह 2 विद्यालय 4 साल में भी नहीं बनाए जा सके हैं, वहीं पर मलिहाबाद के बच्चों के लिए आए स्वेटर गिनती में 400 कम निकले राजधानी के नाक के नीचे बसे ऐतिहासिक काकोरी क्षेत्र में जब शिक्षा का यह हाल है तो अन्य जगहों की स्थिति क्या होगी दिसंबर का महीना शुरू हो गया है ठंडक तेजी पकड़ रही है जबकि बच्चों के लिए यह ठंडक काफी है परंतु शासन की तरफ से बच्चों को मिलने वाले स्वेटर काफी विलंब से आए हैं जिसमें भी कम है यहां पर अभी जूनियर हाई स्कूल के बच्चों के लिए तो स्वेटर आए ही नहीं हैं बाकी प्राइमरी विद्यालय के बच्चों की संख्या 139 11 है स्वेटर आए हैं 108 50 जिनकी साइज 26 28 30 32 है इसके अलावा मलिहाबाद बीआरसी में 26 नवंबर को बिल्टी में 5000 स्वेटर आए थे जिसमें गिनती पर 400 कम निकले क्षेत्र में अगर जर्जर विद्यालयों की गिनती की जाए तो उनकी संख्या भी कम नहीं है ग्राम पंचायत जेहटा का प्राथमिक विद्यालय दो का एक कमरा बंद कर दिया गया है क्योंकि वह जर्जर अवस्था में है तो इसी तरह सरोसा भरोसा के विद्यालय की छत भी जर्जर अवस्था में खड़ी है जहां पर अध्यापक अपना ऑफिस बनाए हुए हैं इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय सिकरोरी सराय प्रेमराज ईट गांव शकरा कठिगरा, दशहरी की भी स्थिति बड़ी खराब है साथ ही साथ जिन विद्यालयों में शौचालय की स्थिति खराब है वहां के बच्चे तो एक बार बाहर जा सकते हैं लेकिन उन बच्चियों का क्या हाल होगा जो मासूम बच्चियां लघुशंका के लिए परेशान होती होंगी क्षेत्र के अधिकांश गांवों के विद्यालयों के शौचालयों की बड़ी खराब है इस तरह के विद्यालय बदबदाखेड़ा बड़ागांव गोपराम मऊ सेैथा सैदपुर महेरी थावर फर्स्ट सेकंड कुशभरी शकरा कठिगरा ईट गांव शक्कर खेड़ा मौरा ग्वाल पुर महिपतमऊ इमली तला काकोरी हलवा पुर काकोरी आदि विद्यालयों में शौचालय की व्यवस्था की तरफ कोई ध्यान देने वाला नहीं है शिक्षा को सरकार सपा सरकार भी ध्यान नहीं दिया क्योंकि जब आगरा एक्सप्रेस बनाया गया था और उजड़े गए घरों को दूसरी जगह देकर स्थान पर गांव बसा दिया गया लेकिन विद्यालय नहीं बनाए जा सके और उसी ढर्रे पर मौजूदा सरकार भी काम कर रही है