युवा गौरव सुनील चतुर्वेदी
कानपुर/ कानपुर देहात से जिला अस्पताल अकबरपुर भेजे गए पहुंचे दो युवकों में कोरोना वायरस से मिलते जुलते लक्षण पाए गए हैं। इनमें से एक व्यक्ति सउदी अरब से आया था और शताब्दी बस में सवार होकर पूना से श्रावस्ती जा रहा था।
सोमवार तड़के जब बस यमुना नदी कालपी पुल पार करने लगी तो उसने बस परिचालक और सवारियों से दम घुटने की जानकारी दी। इसके बाद सुबह साढ़े चार बजे पुखरायां के सिखमापुर मोड़ पर पहुंचते ही बस रोक कर उसे उतार दिया गया। बस चली गई और वह व्यक्ति वहीं तड़पता रहा।
इस हालत में देख भोगी सागर गांव निवासी युवक ने उसे पास के ममता नर्सिंग होम पहुंचा दिया। अस्पताल से सूचना देने पर जिले की संक्रमण रक्षक टीम वहां पहुंची और बीमार व्यक्ति के साथ उसकी मदद करने वाले युवक को भी अपने साथ ले गई।
बताया गया कि जिस बस में बीमार व्यकित सफर कर रहा था, उसमें 72 लोग सवार थे। उसमें सऊदी अरब से आने वाले उसके साथी भी सवार थे। खबर है कि बस को कानपुर नगर सचेंडी के पास रोक लिया गया है। वहीं, ममता नर्सिंग होम को खाली करा दिया गया है।
फिलहाल ममता नर्सिंग होम के कर्मचारियों को भी बाहर निकाल दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी गई है कि सैनिटाइज करने के लिए टीम आएगी उसके बाद ही कोई अस्पताल में प्रवेश करेगा।
वहीं दोनों युवकों को जिला अस्पताल अकबरपुर रेफर कर दिया गया है, जहां उनकी हालक पहले से भी ज्यादा बिगड़ गई है। ईएमओ डॉ. पवन पार्या ने बताया कि अकबरपुर में उन्हें आधे घंटे तक आइसोलेशन में रखा गया, जिसके बाद स्थिति में सुधार नहीं होने पर कानपुर रेफर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि दोनों में कोरोना से मिलते जुलते लक्षण पाए गए हैं। परीक्षण के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी।
इस हालत में देख भोगी सागर गांव निवासी युवक ने उसे पास के ममता नर्सिंग होम पहुंचा दिया। अस्पताल से सूचना देने पर जिले की संक्रमण रक्षक टीम वहां पहुंची और बीमार व्यक्ति के साथ उसकी मदद करने वाले युवक को भी अपने साथ ले गई।
बताया गया कि जिस बस में बीमार व्यकित सफर कर रहा था, उसमें 72 लोग सवार थे। उसमें सऊदी अरब से आने वाले उसके साथी भी सवार थे। खबर है कि बस को कानपुर नगर सचेंडी के पास रोक लिया गया है। वहीं, ममता नर्सिंग होम को खाली करा दिया गया है।
फिलहाल ममता नर्सिंग होम के कर्मचारियों को भी बाहर निकाल दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी गई है कि सैनिटाइज करने के लिए टीम आएगी उसके बाद ही कोई अस्पताल में प्रवेश करेगा।
वहीं दोनों युवकों को जिला अस्पताल अकबरपुर रेफर कर दिया गया है, जहां उनकी हालक पहले से भी ज्यादा बिगड़ गई है। ईएमओ डॉ. पवन पार्या ने बताया कि अकबरपुर में उन्हें आधे घंटे तक आइसोलेशन में रखा गया, जिसके बाद स्थिति में सुधार नहीं होने पर कानपुर रेफर कर दिया गया। उन्होंने बताया कि दोनों में कोरोना से मिलते जुलते लक्षण पाए गए हैं। परीक्षण के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी।
सबसे गंभीर विषय यह है कि जिस बस में 72 यात्री सवार थे उस बस में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति बैठा हुआ था तो क्या यह 72 यात्रियों की भी पहचान करके उनको भी परीक्षण के लिए लिया जाएगा या फिर वह 72 कई गुना को संक्रमित करेंगे,बड़ी चुनौती।