लॉकडाउन में बेसहारा पशुओं को भोजन करा रहे नगर के पशु प्रेमी

युवा गौरव


कानपुर/ लॉकडाउन की वजह से सभी लोग अपने घरों में कैद हैं। इस स्थिति में बेसहारा पशुओं की मदद की पुकार कोई सुनने को तैयार नहीं है, जबकि सैकड़ों ऐसे निराश्रित पशु हैं जो दिनभर भ्रमणशील रहते हैं। ऐसे ही पशुओं के भूख से ना मरने देने का बीड़ा शहर के कुछ दयालु लोगों ने उठाया है । ऐसी ही एक प्रसिद्ध महिला पूनम पाण्डेय भी हैं जो इस नेक काम के लिए समर्पित हैं ।
 शहर के कुछ इलाक़ों में पशु प्रेमियों  द्वारा विगत 30 दिनो से कानपुर के कई क्षेत्रों में बेसहारा पशुओं को भोजन कराने का अभियान चलाया जा रहा है।
जिसमें दोपहर में गौवंश को हरा-चारा, कुत्तों को ब्रेड व बिस्कुट और शाम को नगर निगम के सहयोग से कुत्तों को डॉग फूड खिलवाया जा रहा है।


पनकी संचालक 'पूनम पाण्डेय' ने बताया कि "इसकी शुरुआत उन्होंने छोटे स्तर पर की, मगर इसका संदेश काफी व्यापक रहा। उनसे प्रेरित होकर अन्य कई लोग उनसे जुड़कर इस मुहिम को आगे बढा रहे है।"
घर के बाहर सन्नाटे के बीच इन पशुओं की भूख शांत कराने की दिशा में उठाए गया कदम कुछ इस प्रकार प्रचलित हुआ कि कई लोग इस कड़ी को बढाने में लग गए।पशु प्रेमी भी इस मुहिम से जुड़कर पशुओं को भोजन का प्रबंध करा रहे हैं।
पूनम जी बताती हैं कि लॉकडाउन के क्रम में भूखे पशुओं को देख यह विचार उनके मन में आया। उसके बाद उन्होंने यह पहल शुरू की।
समाजसेवी अल्पना जी ने कहा कि गाय को भोजन कराना हमारे धर्म में सर्वोपरि माना गया है। वह यह कार्य पहले से भी करती आ रही हैं, लेकिन जिस दौर से अभी हम गुजर रहे हैं उसमें हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। अपनी सुरक्षा के साथ आसपास के पशुओं का भी ख्याल रखना हमारा कर्तव्य है।