मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 1 घण्टे में खाली हो गई जमीन, लगाई पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को जमकर फटकार
युवा गौरव सुनील चतुर्वेदी
गोरखपुर/ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गुरुवार की सुबह प्रशासन ने खोवा मंडी स्थित 900 स्कवायर फीट जमीन से कब्जा हटवा दिया।
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता राजेंद्र यादव मुख्यमंत्री जनता दरबार में जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत करने आया था। शिकायतकर्ता ने संज्ञान कराया महाराज जी आप ने ही 12 वर्ष पहले 2009 में इस जमीन पर मौके पर पहुंच कर कब्जा मुझे दिलवाया था। इस जमीन के सारे कागजात मेरे पास है लेकिन प्रशासन ने मुझसे कब्जा हटवा कर प्रभाकर द्विवेदी को 17 जनवरी को कब्जा दिलवा दिया।
जनता दरबार में शिकायत के बाद आनन-फानन में हुआ ध्वस्तीकरण
शिकायतकर्ता ने बताया 1983 से उनका परिवार इस जमीन पर काबिज है। दस्तावेज दिखाने के बाद भी प्रशासन ने उनकी बात नहीं सुनी। जनता दरबार में मौजूद प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने फटकार लगाते हुए अवैध कब्जा तुरंत हटवाने का निर्देश दिया।
जिसके बाद एडीएम सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट्र, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, सीओ कैंट, प्रभारी निरीक्षक फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। प्रभाकर द्विवेदी का निर्माण गिरवाकर जमीन राजेंद्र यादव को वापस कर दिया।
मुख्यमंत्री को याद आ गई 12 साल पुरानी बात
शिकायतकर्ता राजेंद्र यादव की बात सुनकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पूरी घटना याद आ गई। जब उन्होंने खोवा मंडी में स्वयं जाकर अवैध कब्जेदारों द्वारा मकान पर लगाया ताला तोड़वाया था। जनता दरबार में मौजूद अधिकारियों पर वह बरस पड़े। एक अधिकारी से कहा कि माफिया कैसे पनप रहा है।
एक घंटे में हट गया कब्जा, मौके से भागे अवैध कब्जाधारी
यदि प्रशासनिक अधिकारी व प्रशासन अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें तो कम से कम अवैध कब्जों की तो शिकायत दूर ही की जा सकती है जिसका सीधा जीता जागता उदाहरण गोरखपुर में राजेंद्र यादव से संबंधित यह घटना है घटना को मुख्यमंत्री ने त्वरित संज्ञान लेते हुए 1 घंटे के अंदर कब्जा हटवाने का जो काम किया है वह अतुलनीय है सीएम के निर्देश के बाद एसडीएम सिटी राकेश कुमार श्रीवास्तव पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जेसीबी लगाकर निर्माण कार्य किया जा रहा था उसको तोड़ डाला मौके पर रखी भवन निर्माण संबंधित सामग्री को उठवाकर नगर निगम गाड़ी में लोड करवा दिया कब्जा करने वाले लोग रफूचक्कर हो गए।
गोरखपुर/ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गुरुवार की सुबह प्रशासन ने खोवा मंडी स्थित 900 स्कवायर फीट जमीन से कब्जा हटवा दिया।
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता राजेंद्र यादव मुख्यमंत्री जनता दरबार में जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत करने आया था। शिकायतकर्ता ने संज्ञान कराया महाराज जी आप ने ही 12 वर्ष पहले 2009 में इस जमीन पर मौके पर पहुंच कर कब्जा मुझे दिलवाया था। इस जमीन के सारे कागजात मेरे पास है लेकिन प्रशासन ने मुझसे कब्जा हटवा कर प्रभाकर द्विवेदी को 17 जनवरी को कब्जा दिलवा दिया।
जनता दरबार में शिकायत के बाद आनन-फानन में हुआ ध्वस्तीकरण
शिकायतकर्ता ने बताया 1983 से उनका परिवार इस जमीन पर काबिज है। दस्तावेज दिखाने के बाद भी प्रशासन ने उनकी बात नहीं सुनी। जनता दरबार में मौजूद प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने फटकार लगाते हुए अवैध कब्जा तुरंत हटवाने का निर्देश दिया।
जिसके बाद एडीएम सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट्र, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, सीओ कैंट, प्रभारी निरीक्षक फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। प्रभाकर द्विवेदी का निर्माण गिरवाकर जमीन राजेंद्र यादव को वापस कर दिया।
मुख्यमंत्री को याद आ गई 12 साल पुरानी बात
शिकायतकर्ता राजेंद्र यादव की बात सुनकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पूरी घटना याद आ गई। जब उन्होंने खोवा मंडी में स्वयं जाकर अवैध कब्जेदारों द्वारा मकान पर लगाया ताला तोड़वाया था। जनता दरबार में मौजूद अधिकारियों पर वह बरस पड़े। एक अधिकारी से कहा कि माफिया कैसे पनप रहा है।
एक घंटे में हट गया कब्जा, मौके से भागे अवैध कब्जाधारी
यदि प्रशासनिक अधिकारी व प्रशासन अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें तो कम से कम अवैध कब्जों की तो शिकायत दूर ही की जा सकती है जिसका सीधा जीता जागता उदाहरण गोरखपुर में राजेंद्र यादव से संबंधित यह घटना है घटना को मुख्यमंत्री ने त्वरित संज्ञान लेते हुए 1 घंटे के अंदर कब्जा हटवाने का जो काम किया है वह अतुलनीय है सीएम के निर्देश के बाद एसडीएम सिटी राकेश कुमार श्रीवास्तव पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जेसीबी लगाकर निर्माण कार्य किया जा रहा था उसको तोड़ डाला मौके पर रखी भवन निर्माण संबंधित सामग्री को उठवाकर नगर निगम गाड़ी में लोड करवा दिया कब्जा करने वाले लोग रफूचक्कर हो गए।