पत्रकारिता की आड़ लेकर करता था अपराध पनकी पुलिस और एसटीएफ ने दबोचा

 पत्रकारिता की आड़ लेकर करता था अपराध पनकी पुलिस और एसटीएफ ने दबोचा


युवा गौरव सुनील चतुर्वेदी

"लाल घेरे में पत्रकारिता की आड़ में अपराध करने वाला शेरा"

कानपुर/ एसटीएफ व पनकी पुलिस ने पत्रकारिता की आड़ में
 लंबे समय से लूटपाट और चोरी जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पकड़े गए शातिर का नाम राजकुमार उर्फ शेरा व उसका साथी दीपक सिंह उर्फ अंशू भी गिरफ्तार किया गया है।
  शातिर शेरा कानपुर साउथ का व उसका साथी अंशु फतेहपुर बिंदकी का रहने वाला है।

पनकी पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा है। एसटीएफ से पता चला है कि शेरा पुलिस की पकड़ से बचने के लिए पत्रकारिता की आड़ लिए हुए था। पकड़े गए शातिर शेरा के पास से एक चैनल का आईडी कार्ड भास्कर न्यूज इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कैमरामैन सूचना विभाग को दिया गया मीडिया कैमरामैन लेटर बरामद हुआ है।



राजकुमार उर्फ शेरा पर लगभग आधा दर्जन से अधिक मुकदमा पंजीकृत है जिसमें लूटपाट और राहजनी की घटनाएं प्रमुख रही हैं वहीं दूसरी ओर उसके साथी दीपक के खिलाफ पाँच मुकदमे दर्ज हैं।

शातिरों के पास से ये हुए बरामद

1. नगद 56,495/-

2. दो अदद कंगन पीली धातु

3. एक अदद कान का झुमका पीली धातु

4. एक अदद रुद्राक्ष व नाक की कील

5. दो अदद पैर की बिछिया 

6- एक तमंचा दो जिंदा कारतूस

7- 5 मोबाइल फोन

8- आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, एटीएम कार्ड

ये रहे गिरफ्तार करने वाली टीम में

निरीक्षक लानसिंह एसटीएफ फील्ड, अतुल कुमार सिंह थानाध्यक्ष पनकी, उप निरीक्षक अनिल कुमार, राजेश कुमार, हेड कांस्टेबल नंदकिशोर, हेड कॉन्स्टेबल धर्मपाल, राजकुमार मोहर सिंह फील्ड यूनिट पनकी, आरक्षी राधेलाल ने अहम भूमिका निभाई।

विशेष

दसवीं कक्षा फेल शेरा का मीडिया संस्थान द्वारा आईडी जारी किया जाना यह दर्शाता है कि ना जाने कितने ऐसे शेरा अभी भी हमारे बीच में है और जो शायद गंभीर घटनाओं को अंजाम देकर पत्रकारिता की आड़ में छुप जाते हैं। गणेश शंकर विद्यार्थी के इस शहर कानपुर की पावन धरा पर पत्रकारिता के रूप में अपनी कलम की धार दिखा रहे पत्रकारिता व पत्रकारों को बदनाम करने वाले ऐसे व्यक्तियों के ऊपर पुलिस को कठोर दंडात्मक कार्यवाही करना चाहिए साथ ही पत्रकारों के विभिन्न संगठनों को भी आगे आना चाहिए।